राजपुर पुलिस स्टेशन ने मसूरी में नए साल के जश्न के लिए कोकीन की तस्करी करने के आरोप में दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात कोबरा गिरोह से जुड़े हुए हैं। अब तक पुलिस ने गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से छह विदेशी नागरिक हैं।
गिरफ्तारी का विवरण
थानाध्यक्ष पीडी भट्ट के नेतृत्व में की गई नियमित जांच के दौरान राजपुर पुलिस ने कुठालगेट बैरियर के पास दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इस अभियान में 33 ग्राम कोकीन बरामद हुई जिसकी कीमत करीब ₹25 लाख है। आरोपियों की पहचान तंजानिया के प्रिंसले और जिम्बाब्वे के माखोसेलिजवे के रूप में हुई है जो दोनों देहरादून के क्लेमेंटटाउन में टर्नर रोड पर रहते थे।
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पृष्ठभूमि और कार्यप्रणाली
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तारियां चल रहे “ड्रग-फ्री उत्तराखंड” अभियान का हिस्सा हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे कोबरा गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं और अक्सर अपने देश और भारत के बीच यात्रा करते हैं। वे कथित तौर पर दिल्ली में कोकीन खरीदते हैं और एजेंटों और तस्करों के नेटवर्क के माध्यम से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे वितरित करते हैं।
आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे दिल्ली से कोकीन को विशेष रूप से मसूरी में नए साल के जश्न और पार्टियों के लिए आपूर्ति करने के लिए लाए थे, और पर्यटकों को अपने प्राथमिक ग्राहकों के रूप में लक्षित कर रहे थे।
पासपोर्ट समाप्त होने पर चिंता मामले का एक परेशान करने वाला पहलू यह है कि दोनों आरोपियों के पासपोर्ट समाप्त हो चुके थे, फिर भी वे खुलेआम घूमने और पकड़े जाने से बचने में कामयाब रहे। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उनके दस्तावेजों की वैधता समाप्त होने के बावजूद उनका सत्यापन कैसे किया गया।
कथित तौर पर आरोपी टर्नर रोड पर एक आवास में रह रहे थे और स्थानीय खुफिया और सत्यापन प्रक्रियाओं की भूमिका पर सवाल उठे हैं। दून पुलिस के निरंतर प्रयास “ड्रग-फ्री उत्तराखंड” पहल के तहत देहरादून पुलिस ने ड्रग तस्करी गतिविधियों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। नए साल के जश्न और आगामी नगर निगम चुनावों की तैयारी में, होटलों, रेस्तरां, बार, वाहनों और संदिग्ध व्यक्तियों की व्यापक जाँच की गई।
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व्यापक निहितार्थ
यह नवीनतम गिरफ्तारी उत्तराखंड में मादक पदार्थों की तस्करी की लगातार चुनौती को उजागर करती है और विदेशी नागरिकों की निगरानी और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए मौजूदा उपायों की प्रभावशीलता के बारे में चिंताएँ पैदा करती है। पुलिस नेटवर्क की जाँच जारी रखती है और क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सख्त निगरानी सुनिश्चित करती है।
निष्कर्ष
राजपुर पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने मसूरी में पार्टी करने वालों तक बड़ी मात्रा में कोकीन पहुँचने से रोक दिया है। हालाँकि, यह मामला अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट द्वारा शोषण की जाने वाली खामियों को दूर करने के लिए कड़ी सतर्कता और मजबूत सत्यापन प्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित करता है। पुलिस के चल रहे प्रयासों का उद्देश्य उत्तराखंड को एक सुरक्षित और नशा मुक्त राज्य बनाना है।