Uttarakhand : ट्रेक मार्गों पर बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं के बावजूद, Uttarakhand में अब तक Trakker’s के लिए कोई नीति नहीं है।
उत्तरकाशी में हाल ही में हुई हिमस्खलन त्रासदी के बाद, राज्य के पर्यटन विभाग ने अब कहा है कि सभी Trakker’s को पंजीकृत कराने के लिए एक नीति तैयार की जा रही है और आपात स्थिति के दौरान संचार सुनिश्चित करने के लिए समूह के नेता को एक सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराने का प्रावधान किया जा रहा है।
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इसके अलावा विभाग पोर्टर्स को उनके अनुभव एवं प्रशिक्षण के आधार पर ही लाइसेंस देने की योजना बना रहा है। अधिकारियों ने कहा कि Tourism Department एक ऐसी नीति के प्रस्ताव पर काम कर रहा है जो दो चीजों को सुनिश्चित करेगी- Uttarakhand में Trakking के लिए आने वाले लोगों का रिकॉर्ड और किसी आपात स्थिति या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उनका पता लगाना।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, “हमारी योजना प्रत्येक Trakker के लिए पंजीकरण अनिवार्य करने की है। Trakking टीमों को प्रत्येक सदस्य का विवरण देना होगा, जिस मार्ग पर वे जाने की योजना बना रहे हैं, ट्रेक का आयोजन करने वाले व्यक्ति या समूह का विवरण, ट्रेक की अवधि और व्यावसायिक प्रशिक्षण, यदि कोई हो, सदस्यों का।”