जिन लोगों को पूर्व में कोविशिल्ड और कोवैक्सिन लग रखी है, वह हेट्रोलॉगस बूस्टर डोज (Heterologous booster dose) के रूप में में भारत बायोटेक के इंट्रानेजल वैक्सीन (Bharat Biotech’s intranasal vaccine) ले सकते हैं।
भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आज टीकाकरण अभियान में व्यस्त लोगों के लिए बूस्टर डोज के रूप में इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को शामिल करने की मंजूरी दे दी गई है। यह भारत सरकार के द्वारा चीन एवं अन्य देशों में तेजी से कोविड-19 के मामलों में वृद्धि होने के कारण से भी लिया गया है।
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5 Point Bharat Biotech’s intranasal vaccine iNCOVACC.
- दो बूंदों वाला भारत मैं निर्मित भारत बायोटेक के द्वारा बनाई गई नेज़ल वैक्सीन, आईएनसीओवीएसीसी(iNCOVACC), आज शाम से CO-WIN प्लेटफॉर्म पर पेश किया जाएगा।
- भारत बायोटेक द्वारा निर्मित यह वैक्सीन अभी मात्र निजी केंद्रों पर ही उपलब्ध होगी।
- जिन लोगों के द्वारा कोविशिल्ड और कोवैक्सिन लगाई जा चुकी है, वे हेट्रोलॉगस बूस्टर डोज के रूप में नेजल वैक्सीन (Bharat Biotech’s intranasal vaccine) ले सकते हैं।
- हेटरोलॉगस बूस्टिंग में, एक व्यक्ति ने प्राथमिक खुराक श्रृंखला(primary dose series) के लिए उपयोग किए जाने वाले टीके से अलग टीका लगाया।
- आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए सुई-मुक्त टीके को नवंबर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी मिली थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई को आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि भारत बायोटेक की इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन(Bharat Biotech’s intranasal vaccine iNCOVACC) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है।
सूत्रों के अनुसार सुई रहित टीका फिलहाल निजी केंद्रों पर उपलब्ध होगा और शुक्रवार शाम को CO-WIN प्लेटफॉर्म पर जोड़ा जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इसे 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक (Booster Dose) के रूप में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
नवंबर में, नाक के टीके – BBV154 को विषम बूस्टर खुराक (heterologous booster dose) के रूप में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए इमरजेंसी कंडीशन में प्रतिबंधित उपयोग के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी मिली थी।
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चीन एवं अन्य देशों में जिस प्रकार कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उसी को देखते हुए भारत सरकार ने इस वैक्सीन को मंजूरी दी है ।
Bharat Biotech’s intranasal vaccine iNCOVACC के बारे में जानने की जरूरत है.
आईएनसीओवीएसीसी (iNCOVACC) प्री-फ्यूजन स्टेबलाइज्ड स्पाइक प्रोटीन के साथ एक पुनः संयोजक प्रतिकृति-कमी वाले एडेनोवायरस वेक्टरेड वैक्सीन है। सफल परिणामों के साथ इस वैक्सीन कैंडिडेट का चरण I, II और III नैदानिक परीक्षणों में मूल्यांकन किया गया था।
यह टीका विशेष रूप से नाक मैं बूंदों के माध्यम से इंट्रानेजल डिलीवरी की अनुमति देने के लिए तैयार किया गया है। निम्न और मध्यम आय वाले देशों में लागत प्रभावी हो सके इसको देखते हुए नाक वितरण प्रणाली को डिजाइन और विकसित किया गया है।
यह वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस के साथ साझेदारी में यह वैक्सीन विकसित की गई है, जिसने पुनः संयोजक एडेनोवायरल वेक्टर निर्माण को डिजाइन और विकसित किया था और प्रभावकारिता के लिए प्रीक्लिनिकल अध्ययनों में मूल्यांकन किया था।
भारत बायोटेक के द्वारा प्रीक्लिनिकल सेफ्टी इवैल्यूएशन(Preclinical Safety Evaluation), के लिए बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग स्केल अप, फॉर्मूलेशन और डिलीवरी डिवाइस डेवलपमेंट(Delivery Device Development) से संबंधित प्रोडक्ट डेवलपमेंट, जिसमें ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल भी शामिल है, आयोजित किए गए।
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इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के द्वारा आज दोपहर 3 बजे राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोविड-19 की स्थिति एवं तैयारियों पर वर्चुअल माध्यम से बैठक करेंगे, सूत्रों ने समाचार एजेंसी ANI को बताया।
गुरुवार को, पीएम मोदी के द्वारा COVID-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया की स्थिति एवं तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की जिसमें जीनोम अनुक्रमण (Genome Sequencing) और परीक्षण में वृद्धि पर अधिक ध्यान देने के साथ मजबूत निगरानी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधान मंत्री कार्यालय के अनुसार, कुछ देशों में COVID-19 मामलों में आई तेजी के कारण यह उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई गई थी।
पीएम मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की वर्तमान स्थिति एवं तैयारियों के साथ देश में टीकाकरण अभियान की भी स्थिति का आकलन किया। उन्होंने नए कोविड-19 टाइप्स के बढ़ने और उनके सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभावों का भी आकलन किया।