पुष्कर सिंह धामी ने सोलर पहल का अनावरण किया और अनुदान वितरित किए
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सोलर पावर परियोजनाओं की एक श्रृंखला का उद्घाटन किया और सोलर वाटर हीटर अनुदान योजना पोर्टल का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय के मुख्य सेवक सदन में आयोजित इस कार्यक्रम में अक्षय ऊर्जा के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।
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मुख्य घोषणाएं और शुभारंभ:
- सोलर वाटर हीटर अनुदान योजना पोर्टल: पोर्टल (www.uredaonline.uk.gov.in) सोलर वाटर हीटर सब्सिडी योजना के लिए आवेदन और अनुदान वितरण की सुविधा प्रदान करता है।
- सौर ऊर्जा संयंत्रों का उद्घाटन: विभिन्न सरकारी भवनों पर स्थापित सोलर पावर प्लांट और सोलर वाटर हीटर का उद्घाटन किया गया। इसमें 27 भवनों पर 1.26 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट और 44 भवनों पर 48,400 लीटर क्षमता के सोलर वाटर हीटर शामिल हैं।
- अनुदान वितरण:
- प्रधानमंत्री सौरघर योजना के अंतर्गत छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए 734 लाभार्थियों को 3.72 करोड़ रुपये का अनुदान वितरित किया गया।
- मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के 47 लाभार्थियों को आवंटन पत्र प्रदान किए गए।
- सूर्यघर योजना के अंतर्गत 4 लाभार्थियों को राज्य अनुदान चेक वितरित किए गए।
नवीकरणीय ऊर्जा पहल:
मुख्यमंत्री ने अक्षय ऊर्जा के बढ़ते महत्व पर जोर दिया और कार्बन उत्सर्जन को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों का हवाला दिया। पंचामृत कार्य योजना के तहत, भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करना और 2070 तक कार्बन तटस्थता हासिल करना है।
उत्तराखंड की सौर ऊर्जा क्षमता:
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड में सौर और जल विद्युत की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर प्रकाश डाला। राज्य ने 2026 तक सभी सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लक्ष्य के साथ एक नई सौर ऊर्जा नीति तैयार की है, जिसके लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। छत पर सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए 70% सब्सिडी केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना:
- लक्ष्य: 2026 तक 250 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित करना।
- वर्तमान स्थिति: 750 डेवलपर्स को 133 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र प्रदान किए गए हैं।
कैबिनेट मंत्री के विचार:
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड में स्वरोजगार और ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने में सौर ऊर्जा की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में राज्य की अंतर्निहित क्षमता पर जोर दिया।
उपस्थित लोग:
कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, ऊर्जा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, उरेडा निदेशक रंजना राजगुरु, एमडी पिटकुल पी.सी. ध्यानी, उप महानिदेशक एनआईसी आशीष कुमार अग्रवाल, पंजाब नेशनल बैंक के महाप्रबंधक सचिदानंद दुबे और अन्य प्रमुख अधिकारियों सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
यह पहल अक्षय ऊर्जा अपनाने और सतत विकास की दिशा में उत्तराखंड की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।