हरिद्वार | पूर्वांचल उत्थान संस्था के तत्वावधान में पंचम मां सरस्वती पूजनोत्सव एवं महायज्ञ अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। यह भव्य आयोजन श्री अवधूत मंडल आश्रम, बाबा हीरादास हनुमान मंदिर में संपन्न होगा। इस अवसर पर महंत महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि मां सरस्वती की आराधना करने से विद्या, बुद्धि और विवेक का वरदान प्राप्त होता है।
बसंत पंचमी और मां सरस्वती का महत्व
महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने बताया कि बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। इस दिन देवी सरस्वती वीणा, पुस्तक और माला धारण कर सफेद कमल पर विराजमान हुई थीं। उन्हें ज्ञान, संगीत, कला और शिल्प कौशल की देवी माना जाता है। इसलिए इस दिन मां सरस्वती की आराधना करने से शिक्षा, कला और बौद्धिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
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कार्यक्रम की रूपरेखा
📅 सोमवार, 03 फरवरी 2025
🔸 प्रातः वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान से मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापना।
🔸 श्रद्धा और उल्लास के साथ पूजन एवं भव्य समारोह।
📅 मंगलवार, 04 फरवरी 2025
🔸 सांस्कृतिक संध्या का आयोजन।
📅 बुधवार, 05 फरवरी 2025
🔸 प्रतिमा विसर्जन एवं समापन समारोह।
वृहद स्तर पर हो रही तैयारियां
पूर्वांचल उत्थान संस्था के महासचिव बीएन राय ने बताया कि संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पाण्डेय के नेतृत्व में यह आयोजन भव्य रूप से संपन्न किया जाएगा। महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी संतोषानंद देव महाराज के सानिध्य में यह पूजनोत्सव श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है।
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कार्यक्रम संयोजिका रंजीता झा जी आयोजन की व्यवस्थाओं को बखूबी संभाल रही हैं।
🔔 विद्या, बुद्धि और संगीत की देवी मां सरस्वती के इस पूजनोत्सव में सभी श्रद्धालुओं को सादर आमंत्रण! 🙏🎶