हरिद्वार: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कन्या गुरुकुल परिसर की छात्राओं ने विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में सह-शिक्षा की कमी पर असंतोष व्यक्त किया है और मांगें पूरी न होने पर विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है। यह घोषणा छात्रा मीनाक्षी, स्वाति और रुद्रांशी ने प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की।
उठाई गई प्रमुख चिंताएँ:
- सुविधाओं की कमी: छात्राओं ने बताया कि कन्या गुरुकुल परिसर में मुख्य परिसर में उपलब्ध सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कक्षाओं की खराब स्थिति, कुछ कमरों में काई उगने और पुस्तकालय में अपर्याप्त संसाधनों का हवाला दिया, जिसमें केवल हिंदी माध्यम की किताबें ही उपलब्ध हैं। इससे अंग्रेजी माध्यम की छात्राओं को परेशानी हो रही है।
- शैक्षणिक अवसर: छात्राओं ने बताया कि उन्हें शैक्षणिक भ्रमण के अवसर प्रदान नहीं किए जाते हैं और परिसर में ऑडिटोरियम और अन्य आवश्यक सुविधाओं जैसी पर्याप्त सुविधाओं का अभाव है।
- सुरक्षा मुद्दे: छात्राओं ने अपने परिसर में अपर्याप्त सुरक्षा उपायों के बारे में भी चिंता जताई।
सह-शिक्षा का आह्वान:
छात्रों ने तर्क दिया कि यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के नियमों के अनुसार, विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में लड़के और लड़कियों की कक्षाएं एक साथ आयोजित की जानी चाहिए। उन्होंने लैंगिक भेदभाव को खत्म करने और सभी छात्रों के लिए समान सुविधाएं सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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समान अवसरों की मांग:
छात्रों ने सवाल उठाया कि यूजीसी द्वारा महिलाओं को कुलपति, डीन और अन्य प्रशासनिक पदों पर रहने की अनुमति देने और पीएचडी छात्रों को मुख्य परिसर में अध्ययन करने की अनुमति देने के बावजूद, अन्य महिला छात्रों को पुरुष छात्रों के साथ अध्ययन करने का समान अवसर क्यों नहीं दिया जाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि वे अपनी मांगों को पूरा करने के लिए विरोध प्रदर्शन, आंदोलन और भूख हड़ताल करने के लिए तैयार हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के नेता देव सिंह और विशाल भारद्वाज भी मौजूद थे, जिन्होंने छात्रों के मुद्दे को अपना समर्थन दिया।