IMD heavy Rain Alert : आईएमडी(IMD) ने हिमाचल(Himanchal) और उत्तराखंड(Uttarakhand) के लिए ऑरेंज(Orange Alert) और रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है, जिसका मतलब है कि “भारी से बहुत भारी बारिश का बहुत अधिक खतरा”(“very high risk of heavy to very heavy rainfall”) है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग(India Meteorological Department) (आईएमडी) ने रविवार को हिमाचल प्रदेश(Himanchal Pradesh), उत्तराखंड(Uttarakhand) और पंजाब(Punjab) और हरियाणा(Haryana) के आसपास के इलाकों में “बेहद भारी बारिश” (“extremely heavy rainfall”) की भविष्यवाणी की।
आईएमडी(IMD) ने हिमाचल(Himanchal) और उत्तराखंड(Uttarakhand) के लिए ऑरेंज(Orange Alert) और रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है, जिसका मतलब है कि “भारी से बहुत भारी बारिश का बहुत अधिक खतरा”(“very high risk of heavy to very heavy rainfall”) है।
मौसम विभाग (Weather Department) ने दिल्ली(Delhi), राजस्थान(Rajasthan) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लिए येलो अलर्ट(Yellow Alert) भी जारी किया है.
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9 जुलाई को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, सोलन, शिमला और सिरमौर में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। लाहौल और स्पीति में भारी बारिश होने की उम्मीद है। उत्तराखंड(Uttarakhand) के लिए, मौसम विभाग (Weather Department) ने रविवार को उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून (Dehradun) जिलों में और 11 और 12 जुलाई को राज्य के 13 जिलों में से आठ – चमोली(Chamoli), पौडी, पिथौरागढ, बागेश्वर (Bageshwar), अल्मोडा, चंपावत, नैनीताल(Nanital) और उधम सिंह नगर में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। .
रेड अलर्ट चेतावनी मौसम की चेतावनी का उच्चतम स्तर है और यह इंगित करता है कि चरम मौसम की आशंका है। रेड अलर्ट यह दर्शाता है कि बेहद खराब मौसम की स्थिति निश्चित रूप से यात्रा और बिजली को बाधित करने वाली है। रेड अलर्ट (Red Alert) के दौरान, जीवन और संपत्ति को नुकसान होने का एक बड़ा जोखिम होता है, और तदनुसार, निवासियों को अपनी सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने की सलाह दी जाती है।
आईएमडी(IMD) ने 10-13 जुलाई के दौरान उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट(Alert) भी जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पंजाब(Punjab), हरियाणा, चंडीगढ़ (Chandigarh) , दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण भारी वर्षा होने की संभावना है, जो एक मौसम(Weather) प्रणाली है जो भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) में उत्पन्न होती है और भारतीय उपमहाद्वीप में बारिश लाती है। मौसम कार्यालय ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण उत्तर भारत में भारी वर्षा होने की संभावना है। 11 जुलाई तक.
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पश्चिम भारत में, मौसम विभाग ने कहा कि कोंकण और गोवा(Goa), महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात(Gujrat) के घाट क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी और कुछ स्थानों पर भारी बारिश जारी रहेगी। तीन दिनों के बाद बारिश में कमी आने की उम्मीद है.
आईएमडी ने आगे कहा, “अगले पांच दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल (West Bengal) और सिक्किम(Sikkim), असम(Assam) और मेघालय(Meghalaya), अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh), नागालैंड (Nagaland), मणिपुर (Manipur) में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
अगले पांच दिनों के दौरान ओडिशा में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है।” दिन और झारखंड में 10 जुलाई से 12 जुलाई के बीच, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार में संभव है।”
अगले दो दिनों में और भारी बारिश(Heavy Rain) की भविष्यवाणी के बीच, उत्तराखंड में लगातार बारिश और भूस्खलन ने रविवार को पांच लोगों की जान ले ली, और पहाड़ी राज्य(Himalayan State) में अधिकारियों ने रेड अलर्ट(Red Alert) जारी कर दिया है क्योंकि सभी प्रमुख नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है। भूस्खलन (LandSlide) के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और साथ ही चार धाम यात्रा भी बाधित हुई, जिसके लिए लाखों लोग राज्य में आते हैं। अधिकारियों ने बताया कि गंगा (Ganga) समेत राज्य की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।