हरिद्वार : श्री बालाजी धाम सिद्धबली हनुमान नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में कन्या पूजन के साथ गुप्त नवरात्रि महोत्सव का समापन हो गया।
महंत आलोक गिरि महाराज ने बताया कि नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। परंपरागत रूप से नौ कन्याएं, जो मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की प्रतीक हैं, को पूजा के लिए बुलाया जाता है। उनके साथ भैरव का प्रतिनिधित्व करने वाले बटुक भी होते हैं। जो भक्त विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं और कुमारी कन्याओं का सम्मान करते हैं, उन्हें मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे उनके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही, इस प्रथा से व्यक्ति का धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान भी बढ़ता है।
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आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि के नौवें दिन जगजीतपुर स्थित श्री बालाजी धाम सिद्धबली हनुमान-नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के प्रबंधक महंत आलोक गिरि महाराज ने कुमारी कन्याओं का विधि-विधान से पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि भगवती की पूजा शक्ति प्राप्ति का अनुष्ठान है। वैसे तो प्रतिवर्ष चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, लेकिन वासंतिक और शारदीय नवरात्रि ही व्यापक रूप से मनाई जाती हैं। गुप्त नवरात्रि के दौरान तपस्वी, साधु, संत और अन्य भक्त सिद्धि प्राप्त करने के लिए भगवती की पूजा करते हैं, लोक कल्याण की भावना से कन्या पूजन करते हैं और मां भगवती से आशीर्वाद मांगते हैं। कन्या पूजन में सागर गिरी, कुलदीप शाह, अंकुर बिष्ट, गोली बाबा आदि मौजूद थे।