Dehradun Crime News : एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, दून पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल भूमि धोखाधड़ी मामले में वांछित एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसके सिर पर 5000 रुपये का इनाम था। आरोपी को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया, जो इस चल रही जांच में छठी गिरफ्तारी है। प्रगति के बावजूद, संगठित गिरोह के कई सदस्य फरार हैं, पुलिस ने उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में अपनी छापेमारी तेज कर दी है।
मामले की पृष्ठभूमि: 10 जून, 2024 को, श्री राकेश बट्टा ने राजपुर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनके साथ तीन व्यक्तियों – गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (एक वरिष्ठ वास्तुकार) और राजीव कुमार ने धोखाधड़ी की है। इन व्यक्तियों ने कथित तौर पर राजपुर रोड पर एक प्लॉट (मौजा धौरन खास में 677.25 वर्ग मीटर) दिखाया, जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये थी, और दावा किया कि यह उनके एक परिचित अरशद कय्यूम का है। उन्होंने बट्टा को आश्वासन दिया कि प्लॉट उनके नाम पर पंजीकृत किया जाएगा।
- Advertisement -
जाली दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने धोखाधड़ी का एक समझौता किया, जिसमें बट्टा से बैंक ट्रांसफर के जरिए 55 लाख रुपये और नकद में 25 लाख रुपये निकाले गए। हालांकि, जब बट्टा प्लॉट पर कब्जा करने पहुंचे, तो उन्हें असली अरशद कय्यूम का पता चला, जिन्होंने वैध स्वामित्व के कागजात पेश किए, जिससे धोखाधड़ी का पता चला। आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत एफआईआर (संख्या 132/2024) दर्ज की गई, जिसके बाद 11 जून, 2024 को गिरीश कोठियाल, दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद की पूछताछ में 19 जून, 2024 को सहारनपुर से प्रमोद कुमार (अरशद कय्यूम के रूप में) को गिरफ्तार किया गया।
हाल के घटनाक्रम: पुलिस द्वारा लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप 27 अगस्त, 2024 को हरिद्वार से इनाम अहमद की गिरफ्तारी हुई। आज, 2 सितंबर, 2024 को एक अन्य प्रमुख संदिग्ध मोहम्मद वसीम को हरिद्वार के सिरचंडी गांव से पकड़ा गया।
पूछताछ के दौरान खुलासे: पूछताछ के दौरान, आरोपी ने खुलासा किया कि इनाम अहमद देहरादून में दिनेश अग्रवाल से मिलने जाता था। इनाम ने धोराखास राजपुर में अरशद कय्यूम के नाम पर पंजीकृत एक खाली प्लॉट की पहचान की और अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने की साजिश रची, जिसमें प्रमोद कुमार के लिए फर्जी आधार और पैन कार्ड भी शामिल था, जिसने खुद को अरशद कय्यूम बताया। उन्होंने कय्यूम के नाम पर एक फर्जी बैंक खाता भी खोला।
इसके बाद समूह ने दिनेश अग्रवाल, राजीव कुमार और गिरीश कोठियाल को प्लॉट के लिए खरीदार खोजने के लिए राजी किया। एक बार जब उन्होंने बट्टा की दिलचस्पी हासिल कर ली, तो उन्होंने प्रमोद कुमार को फर्जी अरशद कय्यूम के रूप में पेश किया, धोखाधड़ी वाला सौदा पक्का किया और आय को आपस में बांट लिया।
- Advertisement -
जारी जांच: पुलिस ने इस मामले के संबंध में दो अतिरिक्त संदिग्धों की पहचान की है और उन्हें पकड़ने के लिए अन्य राज्यों में छापेमारी कर रही है।
आरोपी का विवरण:
मौलाना वसीम: मौलाना अलादिया का बेटा, सिरचंडी गांव, थाना भगवानपुर, जिला हरिद्वार, उम्र- 39 वर्ष शामिल
पुलिस टीम: सब इंस्पेक्टर पीडी भट्ट, थाना प्रमुख राजपुर सब इंस्पेक्टर प्रवेश रावत कांस्टेबल अमित कांस्टेबल सुशील जांच जारी है और पुलिस सभी शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए काम कर रही है।