रविवार को जीएमएस रोड, देहरादून स्थित एक निजी होटल में अग्रवैश्य संस्थाओं द्वारा आयोजित संयुक्त सम्मेलन कार्यक्रम में एक खास वाकया देखने को मिला। जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन के लिए मंच पर बुलाया गया, तो उन्होंने अपने संबोधन को स्थगित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के देहरादून मेयर प्रत्याशी श्री सौरभ थपलियाल को पहले संबोधन देने के लिए आमंत्रित किया।
गौरतलब है कि सौरभ थपलियाल कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण विलंब से पहुंचे थे। जब वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तो मुख्यमंत्री ने अपने बड़े दिल और सरल स्वभाव का परिचय देते हुए मंच से सीधे उन्हें संबोधन के लिए बुलाया। मुख्यमंत्री ने थपलियाल से कहा कि वे अपनी बात सभी के सामने रखें।
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यह घटना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की एक मिसाल पेश करती है। उनके इस व्यवहार ने यह साबित किया कि वे न केवल एक सक्षम नेता हैं, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं के प्रति सम्मान और अपनापन भी रखते हैं। उनके इस कदम की उपस्थित जनसमूह ने सराहना की और इसे जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के प्रति उनके सम्मान का प्रतीक माना।
कार्यकर्ताओं के सम्मान का संदेश
मुख्यमंत्री धामी का यह कदम राजनीति में कार्यकर्ताओं के सम्मान और समर्पण को बढ़ावा देने वाला संदेश देता है। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने महसूस किया कि मुख्यमंत्री का नेतृत्व न केवल निर्णायक है, बल्कि यह कार्यकर्ताओं की भावनाओं और जरूरतों को भी प्राथमिकता देता है। यह उनकी विनम्रता और सभी के प्रति समानता के भाव को दर्शाता है।
सौरभ थपलियाल ने भी मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके इस व्यवहार से वे अत्यंत प्रेरित हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह व्यवहार मुख्यमंत्री के सशक्त नेतृत्व और सहज स्वभाव को दर्शाता है। थपलियाल ने अपने संबोधन में देहरादून के विकास और आगामी योजनाओं पर भी चर्चा की।
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निष्कर्ष
मुख्यमंत्री धामी का यह कदम दिखाता है कि उनका नेतृत्व सशक्त होने के साथ-साथ सहज भी है। उनकी यह पहल न केवल राजनीतिक मर्यादा को बढ़ावा देती है, बल्कि यह कार्यकर्ताओं के मनोबल को भी ऊंचा करती है। उनके सरल स्वभाव और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के सम्मान का यह दृष्टांत राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है।