अमृतसर: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अपने अभियान के तहत बुधवार को अमृतसर जिले के राजस्व हल्का चोगावा में तैनात पटवारी हरसिमरतजीत सिंह को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश दिया गया है।
शिकायत के बाद बिछाया गया जाल
विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक, आरोपी पटवारी को अमृतसर तहसील लोपोके के गांव कोहाला के निवासी सरमेल सिंह की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया। सरमेल सिंह ने विजिलेंस ब्यूरो को बताया कि पटवारी ने 2019-2020 की जमाबंदी रिकॉर्ड में जानबूझकर की गई गड़बड़ी को सुधारने के बदले ₹20,000 की रिश्वत मांगी थी।
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शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने कार्रवाई की योजना बनाई। आरोपी को दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज
इस घटना के बाद विजिलेंस ब्यूरो थाना अमृतसर रेंज में आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अदालत में पेश होगा आरोपी
आरोपी पटवारी हरसिमरतजीत सिंह को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा। विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
यह कार्रवाई पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति को दर्शाती है, जो सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वतखोरी से दूर रहने का सख्त संदेश देती है।
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विजिलेंस ब्यूरो का अभियान जारी
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए व्यापक अभियान छेड़ा है। इस मामले के साथ ही कई अन्य सरकारी अधिकारियों को भी भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार का उद्देश्य सरकारी तंत्र को पारदर्शी और जनता के लिए अधिक जवाबदेह बनाना है।
इस घटना ने सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया है। जनता को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी की घटना की तुरंत शिकायत करें ताकि दोषियों को सजा दी जा सके।