कोटद्वार: उत्तराखंड के रिखणीखाल विकासखंड के गुथेरथा ग्राम पंचायत के टोक गांव में एक दुखद घटना घटी, जहां पांच वर्षीय बालक आदित्य को उसकी दादी के आंगन से तेंदुआ उठा ले गया। बालक अपनी मां के साथ रक्षाबंधन मनाने आया था।
परिवार सदमे में है और पूरे गांव में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ समय से गांव के पास तेंदुआ देखा जा रहा था। घटना से करीब आधे घंटे पहले सोमवार शाम को घर लौट रहे ग्रामीणों ने रास्ते में तेंदुआ देखा था।
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देवेंद्र सिंह का बेटा आदित्य अपनी मां अर्चना देवी के साथ रक्षाबंधन मनाने कोटा गांव स्थित अपने मायके गया था। उन्होंने दिनभर खुशी-खुशी समय बिताया, लेकिन शाम होते ही हादसा हो गया। शाम करीब सात बजे घर के पास छिपे तेंदुए ने बालक पर हमला कर दिया और उसे झाड़ियों में खींच ले गया। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। पुलिस और प्रशासन के साथ सैकड़ों ग्रामीण बच्चे की तलाश में जंगल और आसपास के इलाकों में छानबीन कर रहे हैं।
ग्राम प्रधान मीनाक्षी देवी और सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार ने बताया कि मूल रूप से कोटा गांव की रहने वाली अर्चना देवी की शादी उनेरी गांव में हुई थी और वह रक्षाबंधन के लिए अपने मायके आई हुई थी। उसके पति देवेंद्र सिंह ने सोमवार सुबह उसे घर छोड़ा था और वे अगले दिन उनेरी गांव लौटने की योजना बना रहे थे। लेकिन, तेंदुए के हमले के बाद जश्न का माहौल खराब हो गया।
रिखणीखाल के कानूनगो प्रीतम सिंह ने बताया कि बच्चे का एक पैर घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर झाड़ियों में मिला है, जिससे आशंका है कि कोई अनहोनी हो गई है। तलाश जारी है, लेकिन उम्मीदें कम होती जा रही हैं।
इस घटना से पूरा इलाका दहशत में है, क्योंकि देवियोखाल और गुथेरथा क्षेत्र में तेंदुए का यह पहला हमला है।