सुदर्शन सेतु (Sudarshan Setu ), जिसे पहले सिग्नेचर ब्रिज (Signature Bridge) के नाम से जाना जाता था, भारत का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज (longest cable-stayed bridge) है। यह 2.32 किलोमीटर लंबा है और गुजरात में ओखा को बेत द्वारका से जोड़ता है। यह पुल 16 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा उद्घाटन किया गया था।
Sudarshan Setu की कुछ विशेषताएं:
- यह भारत का सबसे लंबा और दुनिया का 10वां सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज है।
- इसमें 120 मीटर ऊंचे चार पिलर हैं।
- यह पुल 100 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा का सामना कर सकता है।
- इस पुल के निर्माण में 450 करोड़ रुपये की लागत आई है।
Sudarshan Setu के लाभ:
- इस पुल ने ओखा और बेत द्वारका के बीच यात्रा के समय को 30 मिनट से घटाकर 10 मिनट कर दिया है।
- इस पुल ने द्वारका और ओखा के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
- इस पुल ने इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाया है।
सुदर्शन सेतु न केवल भारत का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना भी है जो इस क्षेत्र के विकास को गति देगी।
यहां कुछ अन्य रोचक तथ्य दिए गए हैं:
- सुदर्शन सेतु का नाम भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र के नाम पर रखा गया है।
- इस पुल को लार्सन एंड टुब्रो द्वारा बनाया गया था।
- इस पुल को बनाने में 5 साल लगे।
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FAQ :- Sudarshan Setu
भारत में सबसे लंबा केबल-रुका पुल कहां है
भारत में सबसे लंबा केबल-आधारित पुल Sudarshan Setu है, जिसे सिग्नेचर ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है। यह गुजरात में स्थित है, जो मुख्य भूमि को देवभूमि द्वारका में ओखा तट पर बेट द्वारका द्वीप से जोड़ता है।
इस पुल का उद्घाटन 16 जुलाई 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। यह 2.32 किलोमीटर लंबा है और इसकी ऊंचाई 120 मीटर है। यह पुल 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज़ हवाओं का सामना कर सकता है।