स्वामी गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती पर शंकराचार्य की उपाधि का झूठा दावा करने का आरोप लगाया है। गोविंदानंद का दावा है कि अविमुक्तेश्वरानंद को उनकी उपाधि पर सुप्रीम कोर्ट के स्टे के बावजूद नियुक्त किया गया। इसके अलावा, गोविंदानंद का आरोप है कि अविमुक्तेश्वरानंद आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं और उन्हें वाराणसी की एक अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया है।