शादी का दिन हर किसी के लिए खास होता है, लेकिन जब अनचाही परिस्थितियां आ जाएं, तो यह दिन तनाव भरा भी बन सकता है। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के लक्सर में सामने आया, जब एक दूल्हे की कार भारी जाम में फंस गई और दुल्हन इंतजार करती रही। हालात इतने बिगड़ गए कि समय पर निकाह पहुंचना मुश्किल हो गया, लेकिन फिर स्थानीय लोगों ने इंसानियत दिखाते हुए दूल्हे की कार को जाम से बाहर निकालने में मदद की।
बरात की रवानगी और अचानक बढ़ी परेशानी
लक्सर के सुल्तानपुर गांव निवासी समीर आलम की शादी शुक्रवार को रुड़की में होनी थी। शादी की खुशी में पूरा परिवार और रिश्तेदार बारात लेकर रुड़की के लिए रवाना हुए। दूल्हा एक कार में अपने परिजनों के साथ बैठा था, लेकिन जैसे ही बारात पुरकाजी-हरिद्वार हाईवे पर पहुंची, वहां लगा लंबा जाम उनके लिए परेशानी बन गया।
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दरअसल, खानपुर विधायक उमेश कुमार के समर्थन में आयोजित एक सभा को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर दी थी, जिससे हाईवे पर ट्रैफिक ठप हो गया। वहीं, भुरनी तिराहे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिसमें दूल्हे की कार भी फंस गई।
दुल्हन पक्ष के फोन से बढ़ी चिंता
जाम में फंसने के कारण दूल्हे और उसके परिवार की चिंता बढ़ गई। उधर, दुल्हन पक्ष की ओर से बार-बार फोन आ रहे थे कि बारात कहां पहुंची और कितनी देर में निकाह होगा। समय बीतता जा रहा था, लेकिन कार आगे नहीं बढ़ पा रही थी।
स्थानीय लोगों ने दिखाई दरियादिली
जब राहगीरों और स्थानीय लोगों ने देखा कि बारात की एक कार जाम में बुरी तरह फंसी हुई है, तो उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाया। वहां मौजूद अन्य वाहन चालकों ने भी इंसानियत दिखाते हुए रास्ता बनाने की कोशिश की। आखिरकार, लोगों की कोशिश रंग लाई और दूल्हे की कार को किसी तरह जाम से निकालकर वापस लक्सर-रुड़की हाईवे की ओर मोड़ा गया, जिससे बारात रुड़की के लिए रवाना हो सकी।
खुशियों में बदला तनाव
इस पूरे घटनाक्रम के बाद दूल्हा और उसके परिवार ने राहत की सांस ली। सभी लोगों ने इस बात की सराहना की कि कैसे स्थानीय लोगों ने मिलकर उनकी मदद की और शादी को तय समय पर होने में सहयोग किया।
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यह घटना दिखाती है कि जब हम एक-दूसरे की मदद के लिए आगे बढ़ते हैं, तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी हल हो सकती है। शादी जैसे शुभ अवसरों पर इंसानियत और एकता की ऐसी मिसालें समाज में सकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं।