हरिद्वार: जिला जेल में दो कैदियों के भागने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। फरार कैदियों की पहचान पंकज रुड़की और राजकुमार गोंडा के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पंकज, जो हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, और राजकुमार, जो विचाराधीन कैदी है, ने चल रहे निर्माण प्रोजेक्ट का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की।
रिपोर्ट के अनुसार, जेल परिसर में एक हाई-सिक्योरिटी बैरक का निर्माण किया जा रहा था। सीढ़ियों सहित निर्माण सामग्री मौके पर ही छोड़ दी गई थी। दोनों कैदियों ने मौका देखकर सीढ़ियों का फायदा उठाया और जेल से भागने में सफल रहे। अचानक हुई इस घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है और उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य, जो घटना के समय छुट्टी पर थे, ने पुष्टि की कि हाई-सिक्योरिटी बैरक का निर्माण अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि कैदियों ने निर्माण उपकरण का इस्तेमाल करके भागने के लिए स्थिति का फायदा उठाया।
घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारी स्थिति का आकलन करने के लिए जेल पहुंचे और यह पता लगाने के लिए जांच शुरू की कि क्या जेल कर्मचारियों की ओर से कोई लापरवाही हुई है। पुलिस फरार कैदियों को पकड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है और जांच जारी है।