पिथौरागढ़ (उत्तराखंड), 23 मई (PTI) भारत में लिपुलेख दर्रे की अंतिम सीमा चौकी का रास्ता बनाने के लिए उत्तराखंड में घाटियाबागर-लिपुलेख मार्ग पर बूंदी और गरबियांग के बीच छह किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जाएगा। -चीन सीमा अधिक सुगम, बीआरओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा।
“सुरंग के सर्वेक्षण कार्य का ठेका ATINOK India Consultants को दिया गया है। कंपनी ने सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है और एक साल के भीतर अपना अंतिम प्रस्ताव पेश करेगी।’
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उन्होंने कहा कि 2,000 करोड़ रुपये की परियोजना चार-पांच साल में शुरू हो सकती है।
गोस्वामी ने कहा, “बीआरओ ने प्रस्तावित सुरंग के मद्देनजर बूंदी से गरबियांग तक की सीमा सड़क को सिंगल लेन रखा है, जबकि बाकी का हिस्सा डबल लेन का होगा।”
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारी के मुताबिक, 2020 में बनकर तैयार हुई सीमा सड़क को इन दिनों ब्लैक टॉप और डबल लेन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डबल लेन का ज्यादातर काम लगभग पूरा हो चुका है।
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केएमवीएन झोपड़ियों से लिपुलेख दर्रे तक सड़क के पांच किलोमीटर लंबे अंतिम हिस्से पर केवल फॉर्मेशन-कटिंग का काम अनुमति का इंतजार कर रहा है। अधिकारी ने कहा कि मध्य कमान मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद इसे 100 दिनों में पूरा किया जा सकता है। (पीटीआई)