Dehradun News : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे मुख्य नगर नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव को हटाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है। रविवार को छुट्टी होने के बावजूद सचिवालय खोला गया और श्रीवास्तव को पदमुक्त करने के आदेश जारी किए गए। सरकार ने मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी है।
छुट्टी के दिन इस अप्रत्याशित कदम से भ्रष्ट आचरण में लिप्त अधिकारियों में चिंता की लहर दौड़ गई है। खबर है कि सरकार जल्द ही अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई कर सकती है। मुख्यमंत्री धामी ने राजधानी से लेकर बद्रीनाथ धाम तक राज्य के क्षेत्रों का व्यवस्थित विकास सुनिश्चित करने के लिए शहरी और ग्रामीण दोनों ही तरह के योजनाकारों को भूमि परिवर्तन के मास्टर प्लान के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी थी। हालांकि, इस जिम्मेदारी को संभाल रहे श्रीवास्तव को लगातार शिकायतों का सामना करना पड़ रहा था।
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इन शिकायतों के जवाब में मुख्यमंत्री धामी ने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। नतीजतन, रविवार होने के बावजूद सचिवालय खोला गया और श्रीवास्तव को उनके पद से हटा दिया गया। अपर सचिव अतर सिंह ने श्रीवास्तव को आवास विभाग से संबद्ध करने तथा उनके खिलाफ विभागीय जांच करने के आदेश जारी किए। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। वरिष्ठ नगर नियोजक शालू थिंड को नया नगर नियोजक नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी का यह सक्रिय रुख भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। 24 साल पहले राज्य गठन के बाद से भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की बेबाक कार्रवाई करने वाले वे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने आईएएस, आईएफएस और पीसीएस अधिकारियों समेत कई भ्रष्ट अधिकारियों को उनके कदाचार के पैमाने की परवाह किए बिना जेल भेजा है।