Char Dham Yatra 2023 : गृह मंत्रालय में करीब आधे घंटे तक चली मुख्यमंत्री धामी की बैठक जिसमें उन्होंने जोशीमठ की स्थिति, क्षेत्र के लोगों की स्थिति एवं अन्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
Char Dham Yatra 2023 : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की एवं उन्हें उत्तराखंड के जोशीमठ शहर की वर्तमान स्थिति के बारे में उनको विस्तृत पूर्वक अवगत कराया, जो इस क्षेत्र में रहे रहे रहे सैकड़ों परिवारों के जीवन को प्रभावित कर रहा है।
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Char Dham Yatra 2023 : गृह मंत्रालय में करीब आधे घंटे तक चली मुख्यमंत्री धामी की बैठक जिसमें उन्होंने जोशीमठ की स्थिति, क्षेत्र के लोगों की स्थिति एवं अन्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
बैठक के पश्चात संवाददाताओं से वार्ता में, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि “चार धाम यात्रा को अगले चार महीनों में प्रारंभ किया जाएगा”।
उत्तराखंड में स्थित प्रसिद्ध चार धामों में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम शामिल हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने गृह मंत्री से मुलाकात करने के पश्चात बताया की, “आज, मेरे द्वारा गृह मंत्री को जोशीमठ की स्थिति एवं वहां चल रहे आपदा राहत शिविरों में लोगों किस प्रकार से रह रहे हैं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।”
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उन्होंने बताया, ” मेरे द्वारा नए स्थानों की तलाश एवंराज्य सरकार द्वारा किए जा रहे अन्य कार्यों की भी जानकारी दी।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें केंद्र से हर संभव मदद उनको मिलेगी इस का आश्वासन दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या आपके द्वारा कोई रिपोर्ट सौंपी गई है, तो मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि पूरी रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात ही इनपुट प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय सहायता के बारे में कोई बात नहीं हुई है। “एक अस्थायी जानकारी जो मैंने गृह मंत्री के साथ साझा की है। पूरी रिपोर्ट आने पर इस मामले पर बाद में चर्चा की जाएगी।”
उत्तराखंड सरकार द्वारा जोशीमठ से जुड़ी विभिन्न एजेंसियों की रिपोर्ट को दबाने के कुछ राजनीतिक दलों के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “ऐसा कुछ नहीं है।”
धामी ने कहा, “देश के विभिन्न स्थानों पर बैठे लोग आजकल उत्तराखंड के बारे में बात कर रहे हैं, जो बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि वहां रहने वाले 65 से 70 फीसदी लोग सामान्य रूप से अपना काम कर रहे हैं।”
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मुख्यमंत्री धामी ने आगे बताया कि उत्तराखंड में पर्यटन स्थल औली है जहां लोग घूमने आते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “चार धाम यात्रा(Char Dham Yatra 2023) भी अगले चार महीनों में प्रारंभ होने वाली है, ऐसे में देश के कुछ अन्य स्थानों पर बैठे लोगों द्वारा इस प्रकार का माहौल बनाना उत्तराखंड के साथ-साथ देश के लिए भी अच्छा नहीं है।”
शाह द्वारा जोशीमठ मुद्दे पर केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, आरके सिंह, भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के कुछ दिनों बाद यह बैठक हुई।
जोशीमठ शहर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण 720 से अधिक इमारतों की पहचान की गई है जिनमें दरारें आ गई हैं। पुनर्वास के एक हिस्से के रूप में निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, यहां तक कि भूवैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ पारिस्थितिक रूप से नाजुक क्षेत्र में धंसने के कारणों का पता लगाने के लिए रिसर्च कर रहे हैं।
उत्तराखंड सरकार ने भी अधिकारियों को उन बुनियादी ढांचे का सर्वेक्षण एवं निराकरण शुरू करने का आदेश दिया है जो आसपास की इमारतों के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं।
जोशीमठ, ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH 7) पर, बद्रीनाथ एवं हेमकुंड साहिब और पर्यटन स्थलों औली और फूलों की घाटी में पवित्र तीर्थस्थलों पर जाने वाले लोगों के लिए रात भर का पड़ाव है।
जोशीमठ के साथ-साथ उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी और कर्णप्रयाग सहित उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों से भी भू-धंसाव की ऐसी ही घटना की सूचना मिल रही है।
उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ में परिवारों को 45 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की भी घोषणा की है, जहां घरों और सड़कों में बड़ी दरारें दिखाई दीं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हिमालयी राज्य में क्रमिक भूमि धंसाव से प्रभावित लगभग 3,000 परिवारों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा प्रत्येक परिवार को सामानों के परिवहन एवं उनके भवनों की तत्काल जरूरतों के लिए गैर-समायोज्य एकमुश्त विशेष अनुदान के रूप में ₹50,000 दिए गए हैं।