हर की पौड़ी: यह हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध घाट है और तीर्थयात्रियों के लिए गंगा नदी में स्नान करने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। मान्यता है कि हर की पौड़ी पर गंगा में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं।

मनसा देवी मंदिर: यह मंदिर हिंदू देवी मनसा देवी को समर्पित है, जो सांपों की देवी हैं। मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और केबल कार या खड़ी चढ़ाई से पहुंचा जा सकता है।

चंडी देवी मंदिर: यह मंदिर हिंदू देवी दुर्गा को समर्पित है, जो शक्ति की देवी हैं। मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और एक खड़ी चढ़ाई या रोपवे द्वारा पहुँचा जा सकता है।

भारत माता मंदिर: यह मंदिर भारत की मातृभूमि को समर्पित है। मंदिर एक सफेद संगमरमर की संरचना है और हरिद्वार के केंद्र में स्थित है।

माया देवी मंदिर: यह मंदिर हिंदू देवी माया को समर्पित है, जो पांडवों और कौरव राजकुमारों की मां हैं। मंदिर कनखल शहर में स्थित है, जो हरिद्वार का एक उपनगर है।

नीलेश्वर महादेव मंदिर: यह मंदिर हिंदू भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और तीर्थयात्रियों के लिए प्रार्थना और ध्यान करने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।

सप्त ऋषि आश्रम: यह आश्रम सात ऋषियों का घर है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे हजारों साल पहले इस क्षेत्र में रहते थे। तीर्थयात्रियों के लिए संतों से आशीर्वाद लेने के लिए आश्रम एक लोकप्रिय स्थान है।

पतंजलि योगपीठ: यह आश्रम ऋषि पतंजलि को समर्पित है, जिन्हें योग का जनक माना जाता है। आश्रम तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए योग कक्षाएं और कार्यशालाएं प्रदान करता है।

दूधाधारी बाबा मंदिर: यह मंदिर दूधाधारी बाबा नाम के एक संत को समर्पित है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे 18वीं शताब्दी में इस इलाके में रहते थे। यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और तीर्थयात्रियों के लिए प्रार्थना और ध्यान करने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।