निरंतर स्वीकार्यता एवं मुख्यधारा की स्वीकृति

अधिक रेगुलेशन आएगा 

स्टेबल करेंसी को बढ़ावा मिलेगा 

विकेंद्रीकृत(Decentralised) वित्त (DeFi) का उद्भव 

non-fungible tokens (NFTs) की वृद्धि 

क्रिप्टोक्यूरेंसी माइनिंग(Cryptocurrency Mining) का विस्तार 

अंतर्राष्ट्रीय भुगतानों के लिए क्रिप्टोकरेंसी का बढ़ता उपयोग 

मौजूदा वित्तीय प्रणालियों के साथ क्रिप्टोक्यूरेंसी का एकीकरण 

नई क्रिप्टोक्यूरेंसी तकनीकों का विकास 

भू-राजनीतिक घटनाओं का प्रभाव