*देवशयनी एकादशी का व्रत करने से सभी पाप नष्ट होते हैं: स्वामी रामभजन वन*
जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए करें देवशयनी एकादशी का व्रत
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देवशयनी एकादशी का व्रत 17 जुलाई 2024, बुधवार को रखा जाएगा।
हरिद्वार। श्री तपोनिधि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के अंतरराष्ट्रीय संत स्वामी रामभजन वन जी महाराज ने हिंदू धर्म में देवशयनी एकादशी व्रत के गहन महत्व पर जोर दिया। भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित देवशयनी एकादशी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पड़ती है। इस वर्ष यह 17 जुलाई 2024, बुधवार को मनाई जाएगी।
स्वामी रामभजन वन बताते हैं कि Devshayani Ekadashi का व्रत करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और देवी लक्ष्मी घर में आती हैं। जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे भक्तों को राहत और आशीर्वाद के लिए यह व्रत रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु को विशेष फूल चढ़ाने का महत्व
कमल का फूल
Devshayani Ekadashi पर भगवान विष्णु को कमल का फूल चढ़ाने से सुख की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए भक्तों को इस शुभ अवसर पर उन्हें कमल का फूल चढ़ाना चाहिए।
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शंखपुष्पी फूल
भगवान विष्णु को शंखपुष्पी के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं। Devshayani Ekadashi पर ये फूल चढ़ाने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और घर में समृद्धि आती है।
गेंदे का फूल
भगवान विष्णु को गेंदे के फूल चढ़ाना बहुत लाभकारी माना जाता है। भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे अपने जीवन में भक्ति, समृद्धि और सौभाग्य लाने के लिए इस दिन गेंदे के फूलों की माला चढ़ाएं।