राजधानी देहरादून में रविवार को प्रथम अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में 17 देशों से 60 से अधिक प्रवासी उत्तराखंडी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी मिट्टी से जोड़ना और राज्य के विकास में उनके अनुभवों का लाभ लेना है।
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सम्मेलन का भव्य स्वागत और उद्घाटन
शनिवार को पंजीकृत प्रवासी उत्तराखंडी देहरादून पहुंचे, जहां एयरपोर्ट और होटल में उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं के साथ उनका स्वागत किया गया। इस भव्य स्वागत से प्रवासी प्रतिनिधि काफी खुश नजर आए। मुख्यमंत्री धामी ने सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया और उपस्थित प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा, “आप सभी को गर्व होगा कि आपका पैतृक राज्य आज दुनिया के सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में शामिल है। चाहे वह ज्ञान, विज्ञान, व्यापार, उद्योग, शिक्षा या चिकित्सा का क्षेत्र हो, हम हर दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
अलग-अलग सत्रों में पैनल चर्चा
सम्मेलन के दौरान राज्य में निवेश की संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई। चार अलग-अलग सत्रों में पैनल डिस्कशन आयोजित किए गए, जिनमें प्रमुख विषय हॉस्पिटेलिटी-वेलनेस, कौशल विकास, विदेश में रोजगार और उच्च शिक्षा, और उद्यान-जड़ी बूटी में संभावनाओं पर केंद्रित थे। उद्योग विभाग ने विनिर्माण, ऊर्जा और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर जोर दिया। पर्यटन विभाग ने उत्तराखंड को वेलनेस और हॉस्पिटेलिटी का प्रमुख केंद्र बनाने की योजनाओं पर चर्चा की।
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प्रवासी उत्तराखंडियों का अनुभव बना मार्गदर्शक
सम्मेलन में शामिल कई प्रतिष्ठित प्रवासी उत्तराखंडी, जिन्होंने विदेशों में विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमाया है, अपने अनुभव साझा करने पहुंचे। इनमें दुबई निवासी गिरीश चंद्र पंत, चीन से देव रतूड़ी, अमेरिका से डॉ. अनिता शर्मा, जापान से भुवन तिवारी, सिंगापुर से सुनील थपलियाल और थाईलैंड से डॉ. एके काला जैसे प्रमुख नाम शामिल थे। यूएई से आए शैलेंद्र नेगी ने आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं से स्वागत एक विशिष्ट अनुभव रहा।
प्रवासी उत्तराखंडी सेल की स्थापना
मुख्यमंत्री धामी ने विदेश में रह रहे उत्तराखंडियों को राज्य की प्रगति में भागीदार बनाने के उद्देश्य से दिसंबर 2023 में इन्वेस्टर समिट से पहले विदेश दौरा किया था। इस दौरे के दौरान प्रवासियों ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक रीति-रिवाजों से स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडियों के अनुभवों को शासन में शामिल करने के लिए ‘प्रवासी उत्तराखंडी सेल’ की स्थापना के निर्देश दिए और अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया।
निवेश और विकास की नई संभावनाएं
सम्मेलन के दौरान राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रमुख घोषणाएं की गईं। कृषि विभाग ने हर्बल मेडिसिन और एरोमेटिक पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए अपने प्रयासों की जानकारी दी। कौशल विकास विभाग ने राज्य के युवाओं के लिए विदेशों में रोजगार के नए अवसर तलाशने पर जोर दिया।
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निष्कर्ष
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में आयोजित यह सम्मेलन उत्तराखंड के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है। यह न केवल राज्य के विकास के लिए निवेश और अनुभवों का आदान-प्रदान करेगा, बल्कि प्रवासी उत्तराखंडियों को भी अपनी जड़ों से जोड़े रखने में सहायक होगा। इस सम्मेलन से राज्य में नई संभावनाओं के द्वार खुलने की उम्मीद है।