मुंबई – मार्च 14, 2024 – भारत के पहले गिल्ट फंड, कोटक गिल्ट फंड ने हाल ही में अपने 25 साल पूरे कर लिए हैं। यह फंड अपनी शुरुआत स्थापना के बाद से 25 साल में निवेशकों के लिए सॉवरेन क्रेडिट, डेली तरलता और कोई क्रेडिट लॉस नहीं होने का त्रिवेणी संगम बना हुआ है। 29 दिसंबर 1998 को लॉन्च किया गया, गिल्ट फंड ने अपनी शुरुआत के बाद से बाजार के उतार-चढ़ाव को सफलतापूर्वक पार करते हुए 8.99% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) प्रदान किया है। भारत जैसे गतिशील वित्तीय माहौल में, कोटक गिल्ट फंड ग्रोथ के एक प्रतीक के रूप में खड़ा है।
फंड की यात्रा भारत के आर्थिक उदारीकरण के मद्देनजर शुरू हुई और तब से प्रमुख वैश्विक और घरेलू वित्तीय उथल पुथल जैसे- एशियाई वित्तीय संकट, डॉट-कॉम बुलबुला, 2008 वैश्विक वित्तीय संकट, 2013 टेंपर टैंट्रम और हाल ही में कोविड-19 महामारी के दौर में उथल पुथल वाली आर्थिक स्थितियों की चुनौती से पार पाकर आगे बढ़ती रही है। इन अवधि के दौरान, कोटक गिल्ट फंड सिर्फ एक घटना के साक्षी बनने से कहीं अधिक रहा है, और लगातार बेहतर प्रदर्शन के जरिए अपने निवेशकों के भरोसे को कायम रखा है।
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (KMAMC) के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह ने कहा कि 25 साल पहले 1998 में लॉन्च किए गए इस फंड ने निवेशकों को डेली लिक्विडिटी प्रदान करने के लिए कई रेट साइकिल (कोई क्रेडिट लॉस नहीं है, क्योंकि निवेश गिल्ट में है) देखे हैं। कोटक गिल्ट फंड – सॉवरेन क्रेडिट, डेली लिक्विडिटी और निवेशकों को 25 साल की सेवा का त्रिवेणी संगम है।
यह फंड अपेक्षाकृत कम क्रेडिट रिस्क सुनिश्चित करते हुए, ट्राई पार्टी रिपोज सहित सॉवरेन और समकक्ष संपत्तियों को 100 फीसदी आवंटित करता है। इसके अलावा, सरकारी सिक्योरिटी में निवेश और फ्लोटिंग रेट बॉन्ड का समावेश, निवेशकों को ब्याज दरों के झटकों के खिलाफ राहत प्रदान करता है।
फंड ने रणनीतिक रूप से विभिन्न विकल्पों का उपयोग किया है, जिनमें फिक्स्ड रेट, फ्लोटिंग रेट और ओवरनाइट इंडेक्स स्वैप (डेरिवेटिव) शामिल हैं। कोटक गिल्ट फंड ने 1 साल, 3 साल, 5 साल और 31 दिसंबर 2023 को इंस्पेक्शन के बाद से लगातार समय-सीमा में प्रदर्शन किया है।
केएमएएमसी में हेड-फिक्स्ड इनकम एंड फंड मैनेजर और 2008 से कोटक गिल्ट फंड मैनेजर, अभिषेक बिसेन ने इस स्कीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फंड पर उन्होंने कहा कि जैसा कि हम फेड की धुरी के बाद CY2024 में आरबीआई के ब्याज दर चक्र के उलट होने के करीब पहुंच रहे हैं, कोटक गिल्ट फंड रणनीतिक रूप से बदलते बाजार की गतिशीलता से संभावित रूप से लाभ उठाने के लिए तैयार है। अमेरिका में महंगाई का दबाव कम होने, ट्रेजरी यील्ड में गिरावट और फेड पॉलिसी में नरम रुख की ओर बदलाव के कारण 2024 की शुरुआत में फेड रेट में कटौती की उम्मीद है। जिसके चलते फंड मिड से लॉन्ग टर्म के नजरिए से अच्छी तरह से तैयार है।
सेबी के नियमों के अनुसार पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने के लिए फंड अलग अलग जोखिम प्रबंधन विकल्पों और प्रक्रियाओं को लागू करता है, जिसमें सिस्टम-आधारित निगरानी, दैनिक निगरानी विवरण, अलग अलग लेवल पर प्रदर्शन का आकलन, इंटरनल व ऑपरेटिंग ऑडिट और जोखिम प्रबंधन समिति द्वारा समय-समय पर समीक्षा शामिल है।
फंड ने अपनी शुरुआत से लेकर अब तक 9.46% के एवरेज 1 ईयर डेली रोलिंग रिटर्न दिया है, जिससे इस फंड की फ्लेक्सिबिलिटी दिखती है, जिसमें दीर्घकालिक निवेशकों के लिए कोई क्रेडिट लॉस नहीं होती है। जेपीएम ईएम लॉस बॉन्ड इंडेक्स में हाल ही में भारतीय सरकारी बॉन्ड को शामिल किया जाना भी इस फंड और ग्लोबल फाइनेंशियल बॉन्ड मार्केट में भारत के बढ़ते कद को दिखाता है।